गणेश चतुर्थी 2024: चंद्र दर्शन की मनाही
गणेश चतुर्थी, भगवान गणेश के जन्मोत्सव का पर्व, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस बार गणेश चतुर्थी 6 सितंबर 2024 को दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी। इस दिन भगवान गणेश की पूजा से जीवन में समृद्धि और विघ्नों का नाश होता है। हालांकि, इस खास दिन पर चंद्र दर्शन की मनाही है, और इसे लेकर धार्मिक मान्यताएं और पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं।
गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन की मनाही क्यों?
गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन की मनाही के पीछे एक पौराणिक कथा है। एक बार भगवान गणेश धरती पर भ्रमण पर निकले थे। इस दौरान चंद्रमा ने अपनी सुंदरता और चमक के अभिमान में गणेश जी का मजाक उड़ाया। इससे नाराज होकर भगवान गणेश ने चंद्रमा को श्राप दिया कि उनकी चमक चली जाएगी और जो कोई इस दिन चंद्रमा को देखेगा, वह कलंकित होगा। चंद्रमा ने अपने अभिमान के लिए गणेश जी से क्षमा मांगी और गणेश जी ने उन्हें श्राप को कम करने का वरदान दिया, लेकिन यह श्राप गणेश चतुर्थी तक सीमित रहा।
गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन होने पर क्या करें?
अगर गलती से इस दिन चंद्रमा दिख जाए, तो इसके प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
- कृष्ण मंत्र का जाप करें: “कृष्ण कृष्ण” का जाप करने से चंद्र दर्शन के दोष को दूर किया जा सकता है।
- पथर चौथ का उपाय: मान्यता के अनुसार, गलती से चंद्रमा के दर्शन होने पर किसी अन्य की छत पर 5 पत्थर फेंकने से दोष समाप्त हो जाता है। यह परंपरा कलंक से मुक्ति पाने के लिए है।
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गणेश चतुर्थी 2024 पर चंद्र दर्शन के समय
इस वर्ष गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन का समय सुबह 09:30 बजे से रात 08:45 बजे तक वर्जित रहेगा।
गणेश चतुर्थी पर इन नियमों का पालन कर आप इस शुभ पर्व का सही तरीके से आनंद ले सकते हैं और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
अस्वीकृति: इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और पुरानी परंपराओं पर आधारित है। इसे अंतिम सत्य न मानें और अपनी विवेकशीलता का उपयोग करें।
शुभकामनाएं भेजें अपनों को गणेश भगवान की तस्वीर के साथ।
वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभः।
निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा ॥
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं। नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते ॥
त्रिलोकेश गुणातीत गुणक्षोम नमो नमः।
त्रैलोक्यपालन विभो विश्वव्यापिन् नमो नमः ॥
एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्।
विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम् ॥
पार्वतीनन्दनं शम्भोरानन्दपरिवर्धनम् ।
भक्तानन्दकरं नित्यं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥
गणेश चतुर्थी पण्डगायाः
तव परिवारस्य सुखं, आनन्दं च प्रदास्यति। शुभेच्छाः!
श्री गणेश चतुर्थी शुभेच्छाः !
तव जीवनं सुखमयम्, समृद्धिमयम् च स्यात्।
T. Yuvraj Singh is a dedicated journalist passionate about delivering the latest news and insightful analysis. With a strong background in media, he aims to engage readers through accurate and thought-provoking stories. When not writing, Yuvraj enjoys reading and exploring global affairs. Follow him for fresh perspectives on current events.