Ritika Hooda Paris olympics 2024

Ritika Hooda Paris olympics 2024 क्वार्टर फाइनल में हार का सामना पेरिस 2024 ओलंपिक में महिलाओं की 76 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में रीतिका हुड्डा को किर्गिस्तान की शीर्ष वरीयता प्राप्त पहलवान एपेरी मेडेट काइज़ी के खिलाफ 1-1 से हार का सामना करना पड़ा। पहले दौर में रीतिका ने निष्क्रियता के कारण पहला अंक प्राप्त किया। हालांकि, दूसरे दौर में मेडेट काइज़ी ने शानदार वापसी करते हुए रीतिका को बचाव पर मजबूर किया और एक अंक हासिल किया। अंतिम स्कोर समान होने के बावजूद, काउंटबैक के आधार पर मेडेट काइज़ी को विजेता घोषित किया गया।

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Ritika Hooda Paris olympics 2024

रेपेचेज राउंड में कांस्य पदक की उम्मीद हार के बावजूद, रीतिका के पास कांस्य पदक जीतने का एक और मौका है। यदि एपेरी मेडेट काइज़ी सेमीफाइनल जीतकर फाइनल में पहुंच जाती हैं, तो रीतिका को रेपेचेज राउंड में मुकाबला करने का मौका मिलेगा। यह राउंड उसे कांस्य पदक जीतने की दिशा में एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा।

पिछली उपलब्धियां

रीतिका ने 2023 में अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था, और हंगरी की बर्नडेट नेगी को 12-2 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। इसके अलावा, एस्टाना में 2023 एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद, रीतिका ने 72 किलोग्राम से 76 किलोग्राम वर्ग में कदम रखा। अब, उनका लक्ष्य ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक हासिल करना है और भारतीय खेलों के अभियान को एक स्वर्ण पदक के बिना समाप्त होने से बचाना है।

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आईओसी अध्यक्ष ने पेरिस 2024 में दो रजत पदक देने की संभावना को खारिज किया

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में एक ही भार वर्ग में दो रजत पदक देने की कोई योजना नहीं है। उनके इस बयान ने उन अफवाहों पर विराम लगा दिया है जो विनेश फोगट के रजत पदक की संभावना को लेकर उठ रही थीं। बाक ने दोहराया, “हम एक ही श्रेणी में दो रजत पदक देने के पक्ष में नहीं हैं।” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि हर मामले की व्यक्तिगत समीक्षा की जाएगी और नियमों का पालन करना अनिवार्य है।

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फोगट की अयोग्यता पर CAS की समीक्षा जारी

विनेश फोगट, जिन्होंने महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल श्रेणी के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था, लेकिन वजन जांच में असफल रहने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गईं, के मामले पर खेल पंचाट न्यायालय (CAS) की समीक्षा चल रही है। थॉमस बाक ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आईओसी CAS के अंतिम फैसले का पालन करेगा और अंतर्राष्ट्रीय महासंघ को नियमों को लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। फोगट की रजत पदक की मांग को लेकर बहस लगातार जारी है, खासकर उनके सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुज़मैन लोपेज़ पर जीत के बाद।

By Factchecktimes

T. Yuvraj Singh is a dedicated journalist passionate about delivering the latest news and insightful analysis. With a strong background in media, he aims to engage readers through accurate and thought-provoking stories. When not writing, Yuvraj enjoys reading and exploring global affairs. Follow him for fresh perspectives on current events.

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