स्कूल में तोड़फोड़ और विरोध प्रदर्शन
ठाणे में चार साल की बच्चियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन ठाणे जिले के बदलापुर क्षेत्र में स्थित एक प्रतिष्ठित स्कूल में हाल ही में चार साल की दो नर्सरी छात्राओं के यौन उत्पीड़न की घटना ने व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है। घटना की जानकारी सामने आते ही सैकड़ों गुस्साए प्रदर्शनकारी, जिनमें अभिभावक भी शामिल थे, ने स्कूल की इमारत पर धावा बोल दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए और दोषियों को सख्त दंड देने की मांग की। इस प्रदर्शन के चलते, उन्होंने बदलापुर रेलवे स्टेशन पर लोकल ट्रेन सेवाएं भी ठप कर दीं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
ठाणे में चार साल की बच्चियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर धरना दिया और प्रमुख सड़कों तथा राजमार्गों को भी अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों को रेलवे ट्रैक से हटाया। इस दौरान, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर हो गई।
मामले की जांच में देरी और सरकारी अधिकारियों की लापरवाही
मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने इस पर तेजी से कार्रवाई की और एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का आदेश दिया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले की त्वरित जांच की बात की और विशेष सरकारी वकील की नियुक्ति की घोषणा की। इसके साथ ही, पुलिस कमिश्नर से बात कर के आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की निर्देश दिए गए हैं।
मामले की जांच में देरी को लेकर काफी आलोचना की गई। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि पीड़ित लड़कियों के माता-पिता को बदलापुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के लिए 11 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। इस देरी को लेकर संवेदनशीलता की कमी के आरोप लगाए गए। इस लापरवाही के लिए राज्य सरकार ने एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक और हेड कांस्टेबल को तत्काल निलंबित कर दिया।
शिवसेना और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप
विरोध प्रदर्शन और मामले की गंभीरता को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सरकार और स्कूल प्रबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन के भाजपा नेताओं से संबंध हैं और यही कारण है कि मामले की जांच में ढिलाई की जा रही है। ठाकरे ने मामले की फास्ट-ट्रैक ट्रायल और त्वरित न्याय की मांग की। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए मामले को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
ठाकरे ने भाजपा की अन्य राज्यों में महिला सुरक्षा पर की गई टिप्पणियों पर भी कटाक्ष किया और कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर राजनीति की जा रही है। उन्होंने कोलकाता में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले की तुलना करते हुए कहा कि ठाणे की घटना उससे भी ज्यादा गंभीर है क्योंकि पीड़ित लड़कियां इतनी छोटी हैं।
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विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने भी पुलिस की देरी पर चिंता जताई और मांग की कि इस देरी के लिए जिम्मेदार महिला पुलिस अधिकारी को निलंबित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब आरोपी और पुलिस की लापरवाही के बीच पीड़ित परिवार को इतना लंबा इंतजार करना पड़ा, तो यह साफ है कि संवेदनशीलता की कमी है।
रेलवे सेवाओं की बहाली
विरोध प्रदर्शन और रेलवे ट्रैक पर धरने के कारण बदलापुर रेलवे स्टेशन पर लोकल ट्रेन सेवाओं को 10 घंटे तक निलंबित किया गया। सेंट्रल रेलवे के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि पहली उपनगरीय ट्रेन सेवाएं रात 8:05 बजे के आसपास फिर से शुरू हुईं। सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार दोनों ट्रैक पर लाइट इंजन चलाने के बाद सेवाओं को बहाल किया गया।
रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने बताया कि पहली अप लोकल और डाउन लोकल ट्रेन शाम करीब 7 बजे रवाना हुई, और इसके बाद ट्रेन सेवाओं में सुधार आया। यात्रियों को देर रात तक अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो गई।
निष्कर्ष
ठाणे में चार साल की बच्चियों के यौन उत्पीड़न की घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में सुरक्षा और न्याय की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना ने सरकारी तंत्र की संवेदनशीलता और तत्परता की पोल खोली है। विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच, सबसे महत्वपूर्ण है कि पीड़ित बच्चियों को न्याय मिले और दोषियों को सख्त सजा मिले। यह घटना एक चेतावनी है कि हमारे समाज और प्रशासन को बच्चों के खिलाफ अपराधों के प्रति और भी अधिक संवेदनशील और तत्पर रहना होगा।
T. Yuvraj Singh is a dedicated journalist passionate about delivering the latest news and insightful analysis. With a strong background in media, he aims to engage readers through accurate and thought-provoking stories. When not writing, Yuvraj enjoys reading and exploring global affairs. Follow him for fresh perspectives on current events.